50 दिन.. 3200 किलोमीटर.. वाराणसी से शुरू होगा दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज ट्रिप का सफर! जानिए सुभिधाएँ?

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50 दिन.. 3200 किलोमीटर.. वाराणसी से शुरू होगा दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज ट्रिप का सफर! जानिए क्या क्या सुभिधाएँ?
50 दिन.. 3200 किलोमीटर.. वाराणसी से शुरू होगा दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज ट्रिप का सफर! जानिए क्या क्या सुभिधाएँ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा की शुरुआत होने वाली है. इस रिवर क्रूज यात्रा में पर्यटक जलमार्ग से वाराणसी से बांग्लादेश के डिब्रूगढ़ तक का सफर करेंगे. इसके लिए भारत में हाइटेक सुविधाओं वाला ‘गंगा विलास’ क्रूज तैयार किया गया है. इस क्रूज से वाराणसी से डिब्रूगढ़ का सफर लगभग 50 दिनों में पूरा होगा. इसका टाइम टेबल जारी कर दिया गया है. नए साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी सौगात दे सकते हैं.

विश्व विरासत जगहों पर रुकेगी यात्रा 
50 दिनों की यह यात्रा भारत और बांग्लादेश के 27 रिवर सिस्टम से होकर गुजरेगी तथा 50 से अधिक अहम जगहों पर रुकेगी, जिनमें विश्व विरासत स्थल भी शामिल हैं. यह जलयान राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभ्यारण्य से भी गुजरेगा, जिनमें सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा नेशनल पार्क भी शामिल हैं. इस लंबी यात्रा में यात्री परेशान न हो, इसलिए क्रूज पर गीत संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिम आदि सुविधाएं मिलेगी.

50 दिनों में 3200 Km का सफर 

भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के मुख्य अभियंता रविकांत का कहना है कि गंगा विलास भारत में निर्मित पहला जलयान है. यह पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं के साथ सुरक्षित है. इस क्रूज में 80 पर्यटकों को लेकर 3200 किलोमीटर की यात्रा 50 दिनों में पूरा होगी.

इन रास्तों से गुजरेगा क्रूज
रविकांत का कहना है कि यह यात्रा एक ही जलयान द्वारा की जाने वाली दुनिया की सबसे लंबी यात्रा होगी. गंगा विलास जलयान में 18 सुइट्स होंगे. गंगा विलास क्रूज वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करेगा और बक्सर, रामनगर, गाजीपुर से गुजरते हुए 8वें दिन पटना पहुंचेगा. पटना से यह 20वें दिन कोलकाता पहुंचेगा. अगले दिन यह बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश करेगा. 15 दिन यह बांग्लादेश की जलसीमा में रहेगा. वहां से यह कोलकाता आएगा और बोगीबील (डिब्रूगढ़) पहुंचेगा.

पीपीपी मॉडल पर चलाया जाएगा
वाराणसी-डिब्रूगढ़ क्रूज (The Varanasi-Dibrugarh Cruise) को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल (PPP) पर चलाया जाएगा. इसके लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) और अंतरा लक्ज़री रिवर क्रूज़ व जेएम बक्सी रिवर क्रूज़ ने मेमोंरेंडम ऑफ अंडरस्‍टैंडिंग पर हस्‍ताक्षर किए हैं. क्रूज की टिकट की कीमत इसे चलाने वाली कंपनी ही तय करेगी.

यह होगा रूट
गंगा विलास क्रूज वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करेगा और बक्सर, रामनगर, गाजीपुर से गुजरते हुए 8वें दिन पटना पहुंचेगा. पटना से यह 20वें दिन कोलकाता पहुंचेगा. अगले दिन यह बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश करेगा. 15 दिन यह बांग्‍लादेश की जलसीमा में रहेगा. वहां से यह कोलकाता आएगा और कोलकाता से बोगीबील (डिब्रूगढ़) पहुंचेगा.

गंगा के घाट हो रहे अपग्रेड 
साथ ही जलमार्ग विकास प्रोजेक्ट-2 (जिसे अर्थ गंगा) भी कहा जाता है. जलयान प्राधिकरण गंगा नदी पर 62 लघु सामुदायिक घाटों का विकास व अपग्रेड कर रहा है. इनमें से 15 यूपी में, 21 बिहार में, 3 झारखंड में और 23 पश्चिम बंगाल में हैं. यूपी के वाराणसी और बलिया के बीच 250 किलोमीटर में घाट विकसित हो रहा हैं.

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