विजय हज़ारे ट्रॉफी 2022 (Vijay Hazare Trophy 2022) का फ़ाइनल मुकाबला सौराष्ट्र और महाराष्ट्र के बीच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया जहाँ सौराष्ट्र ने महाराष्ट्र को 5 विकेट से हराकर ख़िताब पर कब्जा जमाया।
सौराष्ट्र के खिलाफ ऋतुराज गायकवाड़ ने जमाया शतक
विजय हज़ारे ट्रॉफी 2022 (Vijay Hazare Trophy 2022) के फ़ाइनल मुकाबले में टॉस हारकर जब महाराष्ट्र की टीम जब मैदान पर उतरी तो इस टीम की तरफ से सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने अपनी टीम को बेहड़तरीन शुरुआत दिलाई। उन्होंने इस मैच में शानदार शतक जड़ा। गायकवाड़ ने 131 गेंदों में 4 छक्के-7 चौके की मदद से 108 रन की शतकीय पारी खेली।
हालांकि, अगर ये युवा बल्लेबाज रन आउट नहीं होता तो शायद बड़ी पारी खेल सकता था। गायकवाड़ के आलावा इस मैच में अज़ीम काजी ने 37 और नौशाहद शैख़ ने 31 रनों की बड़ी पारी खेली।
बता दें कि सौराष्ट्र की तरफ से चिराग जानी ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए। उनके आलावा जयदेव उनादकट, प्रेरक मांकड़ और पार्थ ने 1-1 विकेट हासिल किया।
विजय हज़ारे ट्रॉफी 2022 (Vijay Hazare Trophy 2022) के फ़ाइनल मुकाबले में 249 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के लिए सौराष्ट्र की टीम जब मैदान पर उतरी तो इस टीम की तरफ से शेल्डन जैक्शन और हरविक देसाई ने अर्धशतकीय पारी खेली। देसाई ने 67 गेंदों में 7 चौके की मदद से 50 रन की पारी खेली। इसके बाद इस मैच में सौराष्ट्र की तरफ से शेल्डन जैक्शन ने शतक भी जमाया।
शेल्डन जैक्सन कई बार बीसीसीआई पर लगा चुके हैं आरोप
विजय हज़ारे ट्रॉफी 2022 (Vijay Hazare Trophy 2022) के फ़ाइनल मुकाबले में 249 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के लिए सौराष्ट्र की टीम जब मैदान पर उतरी तो इस टीम की तरफ से शेल्डन जैक्शन और हरविक देसाई ने अर्धशतकीय पारी खेली। देसाई ने 67 गेंदों में 7 चौके की मदद से 50 रन की पारी खेली। इसके बाद इस मैच में सौराष्ट्र की तरफ से शेल्डन जैक्शन ने शतक भी जमाया।
शेल्डन जैक्सन कई बार बीसीसीआई पर लगा चुके हैं आरोप
गौरतलब है कि सौराष्ट्र के बल्लेबाज शेल्डन जैस्कन कई बार बीसीसीआई पर संगीन आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने कई बार टीम इंडिया के चयन को लेकर सवाल खड़े किये हैं। एक बार उन्होंने खुद ये कहा था कि जब उन्होंने बीसीसीआई से ये पूछा कि उन्हें टीम में क्यों नहीं चुना जाता है। इसपर बोर्ड ने कहा था कि वो 30 से ऊपर के खिलाड़ी को नहीं चुनते हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया था,
”सच कहूं तो, ऐसा सिर्फ एक साल नहीं हुआ। ऐसा हमेशा से ही होता आया है। मैंने जितने रन बनाए और जिस तेजी से बनाए मुझे नहीं लगता देश में कई अन्य खिलाड़ियों ने ऐसा किया होगा। अगर आप 75 मैचों में 6000 के आस-पास रन देखते हैं, तो यह दर्शाता है कि मैंने काफी मेहनत से उन्हें प्राप्त किया है।”
बता दें कि जैस्कन कई बार कह चुके हैं वो भले ही 30 साल से ऊपर के हैं लेकिन उन्होंने 22-23 साल के खिलाड़ी से बेहतर प्रदर्शन किया है और कानून कहां लिखा है कि आप राष्ट्रीय टीम में चुने जाने के योग्य नहीं है?
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